जनवरी गुजर गया और फरवरी का दूसरा हफ्ता भी गुजरने वाला है और मैं सोचता ही रह गया। आजकल मेरे साथ ऐसा होता जा रहा है। जब बात ब्लॉग की आती है तो सोचता ज्यादा हूँ होता कम ही है। पिछले काफी समय से दुईबात पर आना नहीं हो पा रहा है। - 2022 का एक संक्षिप्त ब्योरा।